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Sunday 18 February 2018

समझ नही आ रहा है कि विदेश से पैसा आ रहा है या जा रहा है

समझ नही आ रहा है कि विदेश से  पैसा आ रहा है या जा रहा है

*लाने वाला मोदी ,ले जाने वाला मोदी*
😜😀😆
मोदी भाग गया मोदी भाग गया देशभर मे खुशी की लहर
मीडिया हाउस मे मातम
बाद मे पता चला फेंकने वाला नहीं
समेटने वाला भागा है 😂

*तीन मोदी भाग चुके हैं। ललित, जतिन और नीरव। चौथे का झोला रेडी ही रहता है..*

*नाम तो सुना ही होगा ?*

आने वाले समय में विजय माल्या ओर निरव मोदी के जन्मदिन को*












*" कर्जा एकादशी " के रूप में मनाया जा सकता है।*
😃😃🤣😂😑😝🤫🙄😳😉😜

इसी बीच ..नीरव मोदी ने खुलासा किया कि....वो कई

इसी बीच ..नीरव मोदी ने खुलासा किया कि....वो कई बार 11000 करोड़ रुपए वापिस करने PNB गया! !...

लेकिन हर बार उसे यह बोलकर भगा दिया कि...

" लंच टाइम के बाद आना!!"😜

नियम तो नियम है
😜 😜 😜 😁 😁 😁

Friday 16 February 2018

ना मस्जिद की बात हो,न शिवालों की बात हो, प्रजा बेरोज़गार है, पहले निवालों की बात हो. मेरी नींद को दिक्कत, ना भजन से.. ना अज़ान से है, मेरी नींद को दिक्कत, मरते हुये जवान और खुदकुशी करते किसान से है किसी के बुझते चूल्हे में हवा लगाकर तो देखो।

ना मस्जिद की बात हो,न शिवालों की बात हो,
प्रजा बेरोज़गार है, पहले निवालों की बात हो.

मेरी नींद को दिक्कत, ना भजन से.. ना अज़ान से है,
मेरी नींद को दिक्कत, मरते हुये जवान और खुदकुशी करते किसान से है

किसी के बुझते चूल्हे में हवा लगाकर तो देखो।
किसी के पांव के छालों पर दवा लगाकर तो देखो।।

किसानों की मेहनत पर उंगलिया उठाने वालों
समझ में आ जाएगा मूल्य भी फसलो का

जरा कभी खेतो में भी cc tv कैमरे लगाकर तो देखो
😥😥😥😥

   *अच्छा लगे तो शेयर करें*

पंजाब नेशनल बैंक की कुल हैसियत आज की तारीख में 35,353 करोड़ रुपए की है. मोई जी ने दामाद जी को इनमें से एक-तिहाई यानी 11,300 करोड़ लेकर भाग जाने दिया और भागने से सात दिन पहले दाओस में तस्वीर भी खिंचाई. पैसा कोई रखे तो कहा रखे? बैंक में पैसे रखो, तो Nirav MODI का डर।

पंजाब नेशनल बैंक की कुल हैसियत आज की तारीख में 35,353 करोड़ रुपए की है. मोई जी ने दामाद जी को इनमें से एक-तिहाई यानी 11,300 करोड़ लेकर भाग जाने दिया और भागने से सात दिन पहले दाओस में तस्वीर भी खिंचाई.

पैसा कोई रखे तो कहा रखे?
बैंक में पैसे रखो, तो Nirav MODI का डर I
घर पर पैसे रखो, तो Narendra MODI का डर I
IPL में पैसे लगाओ, तो Lalit MODI का डर I 
हर हर Modi, घर घर Modi II

तीन मोदी भाग चुके हैं। ललित, जतिन और नीरव। चौथे का झोला छिपा देना चाहिए। बहुत सेंटिमेंटल आदमी है।

कहावत है की चमगादड़ को अगर महल में भी लाओगे तो भी सोयेगा छत पर उल्टा लटक कर ही। *4 साल तक पूरी दुनिया घूमने के बाद,

कहावत है की चमगादड़ को अगर महल में भी लाओगे तो भी सोयेगा छत पर उल्टा लटक कर ही।

*4 साल तक पूरी दुनिया घूमने के बाद, सारे developed और developing countries का दौरा करने के बाद भी इन्हें रोजगार सूझता है पकोड़े का ही।*

🙏🏻😀

बेरोजगारों ने लिखा मोदी को पत्र

सेवा मे
      

          माननीय प्रधानमंत्री
           नरेंद्र मोदी जी
               भारत सरकार
                      

विषय : प्राईवेट नौकरी में हो रहे अत्याचार की सूचना हेतु प्रार्थना पत्र !!

महोदय
        
              सविनय निवेदन इस प्रकार है । कि कोई भी प्राईवेट कंपनी, प्राइवेट स्कूल या कोई शॉप में जॉब पर हमें 6,000 से 8,000 हर महीने  देते हैं और हमसे 10 से 12 घण्टे काम लेते है  और वही सरकारी नौकरी के एक चपरासी को हर महीने 45,000 तक मिलते है और उसमे भी 8 घंटे ड्यूटी ।
  माननीय प्रधान मंत्री जी हम ये नही कहते हमे भी 8 घंटे की ड्यूटी  दो । हमे 12 घंटे की ड्यूटी दो ।
माननीय प्रधान मंत्री जी आपसे अनुरोध है कि
  हमे इतनी इनकम दो जिसमे हमारे 2 बच्चे स्कूल मे पढ़ सके । हम भी  2 टाइम अच्छे से खाना खा सके ।
परिवार में अगर कोई बीमार हो तो उसकी भी दवाई आ सके 
और हम भी 10 साल जॉब करने के बाद एक
100 गज का मकान ले सकें ।
जो की एक सरकारी जॉब वाला चपरासी 5 साल मे  ले लेता है । 
अब महोदय आप ही बतायें कि 8,000 में ये सब कैसे हो सकता है,
माननीय प्रधान मंत्री जी आपसे अनुरोध है कि
जो प्राइवेट संस्थाओं के वर्कर हैं उन पर भी ध्यान दे
उनको 6,000 नहीं 20,000से 24,000 तक मिले जो की एक  परिवार का गुजारा हो पाए ।
          आपकी अति कृपा होगी ।

धन्यवाद
      
                                                                                    आपका     
गरीब नागरिक                    

कृपया इस पोस्ट को इतना शेयर करो प्रधानमंत्री जी तक पहुंच जाये!!
यह message कल तक TV पर आना चाहिए। जय हिंद जय भारत।

_*शब्दों की ताकत*_ एक नौजवान चीता पहली बार शिकार करने निकला। अभी वो कुछ ही आगे बढ़ा था कि एक लकड़बग्घा उसे रोकते हुए बोला, ” अरे छोटू , कहाँ जा रहे हो तुम ?”

_*शब्दों की ताकत*_

एक नौजवान चीता पहली बार शिकार करने निकला। अभी वो कुछ ही आगे बढ़ा था कि एक लकड़बग्घा उसे रोकते हुए बोला, ” अरे छोटू , कहाँ जा रहे हो तुम ?”

“मैं तो आज पहली बार खुद से शिकार करने निकला हूँ !”, चीता रोमांचित होते हुए बोला।

“हा-हा-हा-“, लकड़बग्घा हंसा ,” अभी तो तुम्हारे खेलने-कूदने के दिन हैं , तुम इतने छोटे हो , तुम्हे शिकार करने का कोई अनुभव भी नहीं है , तुम क्या शिकार करोगे !!”

लकड़बग्घे की बात सुनकर चीता उदास हो गया , दिन भर शिकार के लिए वो बेमन इधर-उधर घूमता रहा , कुछ एक प्रयास भी किये पर सफलता नहीं मिली और उसे भूखे पेट ही घर लौटना पड़ा।

अगली सुबह वो एक बार फिर शिकार के लिए निकला। कुछ दूर जाने पर उसे एक बूढ़े बन्दर ने देखा और पुछा , ” कहाँ जा रहे हो बेटा ?”

“बंदर मामा, मैं शिकार पर जा रहा हूँ। ” चीता बोला।

“बहुत अच्छे ” बन्दर बोला , ” तुम्हारी ताकत और गति के कारण तुम एक बेहद कुशल शिकारी बन सकते हो , जाओ तुम्हे जल्द ही सफलता मिलेगी।”

यह सुन चीता उत्साह से भर गया और कुछ ही समय में उसने के छोटे हिरन का शिकार कर लिया।

मित्रों , हमारी ज़िन्दगी में “शब्द” बहुत मायने रखते हैं। दोनों ही दिन चीता तो वही था, उसमे वही फूर्ति और वही ताकत थी पर जिस दिन उसे डिस्करेज किया गया वो असफल हो गया और जिस दिन एनकरेज किया गया वो सफल हो गया।

इस छोटी सी कहानी से हम तीन ज़रूरी बातें सीख सकते हैं :

पहली , हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम अपने “शब्दों” से किसी को encourage करें , discourage नहीं। Of course, इसका ये मतलब नहीं कि हम उसे उसकी कमियों से अवगत न करायें , या बस झूठ में ही एन्करजे करें।

दूसरी, हम ऐसे लोगों से बचें जो हमेशा निगेटिव सोचते और बोलते हों, और उनका साथ करें जिनका outlook positive हो।

तीसरी और सबसे अहम बात , हम खुद से क्या बात करते हैं , self-talk में हम कौन से शब्दों का प्रयोग करते हैं इसका सबसे ज्यादा ध्यान रखें , क्योंकि ये “शब्द” बहुत ताकतवर होते हैं , क्योंकि ये “शब्द” ही हमारे विचार बन जाते हैं , और ये विचार ही हमारी ज़िन्दगी की हकीकत बन कर सामने आते हैं , इसलिए दोस्तों , words की power को पहचानिये, जहाँ तक हो सके पॉजिटिव वर्ड्स का प्रयोग करिये , इस बात को समझिए कि ये आपकी ज़िन्दगी बदल सकते हैं।

आईपीएल घोटाले वाले ललित मोदी और बैंक घोटाले वाले नीरव मोदी के बाद मोदी सरकार को सृजन घोटाले वाले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का पासपोर्ट जब्त कर लेना चाहिए।

आईपीएल घोटाले वाले ललित मोदी और बैंक घोटाले वाले नीरव मोदी के बाद मोदी सरकार को सृजन घोटाले वाले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का पासपोर्ट जब्त कर लेना चाहिए। इन्होंने घोटाले का सारा काला धन अपने भाई आर.के मोदी की कंपनी आशियाना हाउसिंग में लगाया है। #PNBScam

Wednesday 7 February 2018

जानिए मोदी की काली करतूत

मलिकार मोदी जी!
सादर प्रणाम। 
आज पहली बार देश के प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख रहा हूँ... रोआँ - रोआँ गदगद हो गया है खुशी और गौरव से।
मैं बिना किसी भूमिका के अपनी बात रखूँगा।
मलिकार!
आप जानते हैं कि देश में तत्काल साढ़े चार लाख सिपाही की आवश्यकता है?
आप जानते हैं कि इन्कम टैक्स विभाग में बत्तीस हज़ार से अधिक पद रिक्त हैं?
आप जानते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं में बहत्तर हजार से अधिक चिकित्सक अभी चाहिए?
आप जानते हैं कि भारत में यह पोस्ट लिखते समय दस लाख अध्यापक के पद रिक्त हैं?
आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने दस साल में मात्र एक भर्ती क्लीयर (कुछ मामले अभी भी कोर्ट में) की है?
नहीं पता है आपको। लेकिन हम युवाओं को बखूबी पता है कि कैसे किसी भी राज्य सरकार की भर्ती में दस पांच सवाल जानबूझकर कर ग़लत पूछे जाते हैं ताकि एक भर्ती तीन साल तक चले। क्योंकि आपकी नीयत ठीक नहीं।क्योंकि कोई भी राज्य सरकारें चाहतीं ही नहीं कि नौकरी दी जाए क्योंकि संसद में बैठने वाले हत्यारोपियों बलात्कारियों और घोटालेबाजों के ऐश करने के लिए बजट कहाँ से आएगा?
मलिकार! कक्षा एक से एम ए, बीएड् तक सतत प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने के बाद भी विदेश के नाम पर नेपाल गया हूँ और वहाँ भी ललकार कर कह आया कि मैंने अपना प्रधानमंत्री उसे चुना है जिसने चाय बेची है देश नहीं बेचा...। 
अब वो अलग बात है कि छह सौ करोड़ देशवासियों माफ़ कीजिये सवा सौ करोड़ देशवासियों में कोई सामने नहीं आया जिसे आपने चाय दी थी। फिर भी मुझे खुशी है कि एक जमीन से जुड़ा व्यक्ति हमारा मलिकार है। 
लेकिन अब आप प्रधानमंत्री बन जाने के बाद चाय बेचते तो मुझे शर्म आती कि मेरा प्रधानमंत्री चाय बेचता है।
क्यों? 
क्योंकि एक प्रधानमंत्री का प्रोटोकॉल ग़वाही नहीं देता कि वो सड़क के किनारे खड़े होकर पकौड़े बेचे। 
ठीक इसी तरह समझिए अगर अंगूठा छाप पकौड़े बेचता है तो खुशी है कि वो स्वरोजगार कर रहा है। लेकिन अगर कोई पोस्ट ग्रेजुएट पकौड़े बेच रहा है तो उसके प्रिंसिपल को, उसके कुलपति को, उसके शिक्षा मंत्री को, उसके प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को बीस जूते लगाकर बताना चाहिए कि भारत गणराज्य का एक पोस्ट ग्रेजुएट पकौड़े बेच रहा है तो उसे स्वरोजगार नहीं 'राष्ट्रीय शर्म' कहते हैं। क्योंकि किसी भी विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट का प्रोटोकॉल ग़वाही नहीं देता कि वो सड़क के किनारे खड़े होकर पकौड़े बेचे।इसलिए उस दिन "अखण्ड भारत" का झंडा झुक जाना चाहिए, क्योंकि एक पोस्ट ग्रेजुएट या एक प्रधानमंत्री पकौड़े बेचते पाया गया... हाँ मलिकार! आपका यह सवाल स्वरोजगार नहीं राष्ट्रीय शर्म है।।  अगले चुनाव के बाद फिर से चाय बेचना  पड़ेगा तो जरूर बताईयेगा कि ये स्वरोजगार है

Thursday 1 February 2018

यादवों ने ही किया है देश है भारत के विकास

मैं अनुराग वर्मा ( कुर्मी ) जाति का हूँ और सोचता हूँ कि
सोशल मीडिया पर यादवों के विरुद्ध सबसे ज्यादा कैम्पेन चलाये जा रहे हैं।
जब मैंने गहनता से निरीक्षण किया तो देखा कि आजादी के बाद यू.पी. राज्य में सबसे ज्यादा विकास कार्य एक 'यादव' मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हुए हैं। लेकिन यहाँ की जातिवादी सोच इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि एक यादव हमारा मुख्यमंत्री कैसे हो सकता है? वो इतना विकास कैसे कर सकता है?

       भाइयों, मैं अपने राज्य की पिछड़ी जाति से सम्बन्ध रखता हूँ,  पिछड़ी जाति के मुख्यमंत्री के द्वारा किये गए विकास कार्यों को जमीन पर देख कर अचंभित हूँ।
क्या यहाँ की जनता फिर से उसी दलदल में फँस जायेगी, जो इस युवा यादव मुख्यमंत्री के पहले थी । यह भय मेरे मन में है।
      अगर एक मुख्यमंत्री यादव है,  तो क्या उसके विकास कार्यों को अनदेखा कर देना चाहिए ? मैं यह सब सोच कर हमारे देश के सबसे बड़े राज्य के भविष्य को लेकर चिंतित हो उठा हूँ, और कुछ प्रश्न आपके सम्मुख रख रहा हूँ, हृदय पर हाथ रख कर स्वयं को उत्तर दीजियेगा। :--
  
01.  क्या लैपटाप  यादवों को ही मिले हैं?
02. क्या बेरोजगारी भत्ता यादवों को ही मिल रहा है?
03. क्या कन्या-विद्याधन सहायता सिर्फ यादवों की पुत्रियों को ही मिल रही है?
04. क्या 108 एम्बुलेन्स यादवों को ही अस्पताल ले जाती है?
05. क्या नहर और सरकारी नलकूप से मुफ्त सिंचाई यादवों के लिए ही है?
06. क्या मुफ्त दवा यादवों को ही दी जाती है ?
07. क्या 1090 महिला हेल्पलाइन में यादव महिला ही शिकायत करतीं हैं?
08.क्या मेट्रो ट्रेन में यादव ही सफर करेंगे?
09. क्या पुलों  पर यादव ही चलेंगे ?
10. सपा सरकार ने सड़कों का जाल बिछा दिया व हाईवे-चौड़ीकरण करवाया क्या इस पर यादव ही चलेंगे?
11.  क्या पुलिसमें 41,000 युवाओं में यादव ही भर्ती हुये हैं?
12. क्या स्कूलों में फल & दूध सिर्फ यादव बच्चों को ही मिल रहा है?
13. क्या लोहिया आवास यादवों को ही मिले हैं?
14. क्या 1,75000 शिक्षा मित्र यादव ही बनाये गये हैं?
15. लोन माफ, समाजवादी पेंशन, किसान दुर्घटना बीमा, बुन्देलखंड में राशन वितरण, कौशल विकास, चार हजार नई बैंक शाखायें, एक साथ सैकड़ों नये बिजली घरों का निर्माण, मुफ्त दवाई, प्रधान, जि.पं.स. और क्षे.पं.स. का भत्ता दोगुना किया गया है। क्या इसका लाभ सिर्फ यादवों को ही मिल रहा है? अगर आपका उत्तर  है कि सभी को समान रूप से लाभ मिल रहा है या इनसे भविष्य में सभी को चाहे वह जिस बिरादरी या धर्म का हो समान लाभ मिलेगा, तो लोगों के तुच्छ प्रकार के झांसों में न आकर एक युवा और विकास पुरुष मुख्यमंत्री का चयन करें। हालाँकि  मुख्यमंत्री में कुछ कमियां रह गयी होगी , किन्तु ये अबतक का सबसे कम उम्र का मुख्यमंत्री है जिसने इतना विकास किया है। मैं देख रहा हूँ कि ये मुख्यमंत्री अपनी कमियों को दूर करने के लिए अपने परिवार में लड़ रहा है।
              आशा करता हूँ यदि अगली बार इसे मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला तो ये अवरोध उसके सम्मुख नही होंगे और ये चारगुनी गति से अपने राज्य का विकास करेगा। अतः मेरी आप सबसे अपील है कि गन्दी राजनीति के चक्कर में एक होनहार नेतृत्व को न नकारें बल्कि अपने राज्य को विकास की ओर अग्रसर करें।
                                                  

देश में इस बेरोजगारी का आलम देखकर रो पड़ेंगे आप

इस देश में बेरोजगारी का आलम देखिए !

1. 2016 में करीब 15 लाख छात्रों ने SSC-CGL का इम्तहान दिया। इसमें से 10,661 लड़के लड़कियों का नौकरी के लिए चयन हुआ। इस परीक्षा को पास करने वाले सीबीआई, आयकर अधिकारी, उत्पाद शुल्क अधिकारी, रेलवे में सेक्शन अफसर के पद पर ज्वाइन करते हैं। 5 अगस्त 2017 को नतीजे भी आ गए मगर इन नौजवानों की ज्वाइनिंग नहीं हो रही है। इन्होंने फेसबुक और ट्विटर पर कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह को भी सूचित किया मगर कइयों को ब्लाक कर दिया गया।

2. असम से सूचना है कि IBPS RRB ने 10 मार्च को अफसर ग्रेड का नतीजा निकाला। इसके लिए इम्हतानों की एक साल तक प्रक्रिया चली। छात्रों ने प्रीलिम्स दिया, मेन्स दिया और इंटरव्यू भी हुआ। रैंकिंग के आधार पर 200 छात्रों ने असम ग्रामीण बैंक का चयन किया। एक साल बाद जब प्रोवेशन पूरा हुआ तो बैंक की तरफ से बताया गया कि इनकी ज़रूरत नहीं है। परीक्षा पास करने के बाद भी ये 200 नौजवान सड़क पर हैं। इन्होंने गुवाहाटी हाईकोर्ट में मुकदमा किया है।

3. रेलवे ने 26 दिसंबर 2015 को गैर टेक्निकल पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी। विज्ञापन 18000 पदों का आया था, जिसे परीक्षा की प्रक्रिया के बीच में घटाकर 14000 कर दिया गया। चार हज़ार छात्र बीच प्रक्रिया से ही बाहर कर दिए गए हैं। उस विज्ञापन को निकले दो साल हो गए हैं। अभी तक इस परीक्षा का मेडिकल नहीं हुआ है।

4.RRB NTPC CEN/03- 2015 में नोटिफिकेशन आया। मार्च 2016 में पहली आनलाइन परीक्षा हुई। मुंबई क्षेत्र का रिज़ल्ट आया 30 नवंबर 2017 को। उसके बाद की प्रक्रिया के लिए छात्र इंतज़ार ही कर रहे हैं।

5.RRB मुंबई, CEN NO 01/2015- अगस्त2015 में परीक्षा होती है। मार्च 2016 में रिज़ल्ट आता है। 77 लोगों का चयन होता है। 39 लोगों को वेटिंग में डाल दिया जाता है। 21 महीने से वे नौकरी के लिए बुलाए जाने का इंतज़ार कर रहे हैं।

6.SSC CP0 2016- जनवरी 2016 में नोटिफिकेशन आता है। प्रारंभिक परीक्षा जनवरी 2016 में होनी थी मगर पेपर लीक हो जाता है। दोबारा परीक्षा होती है। शारीरिक परीक्षा होती है उसके बाद मुख्य परीक्षा होती है दिसंबर 2016 में। मेडिकल मार्च 2017 में होता है। जून 2017 तक दस्तावेज़ों की जांच होती है। अंतिम नतीजा निकलता है सितंबर 2017 में। अभी तक इनकी ज्वाइनिंग नहीं हुई है। मज़ाक चल रहा है क्या।

7.RRB मुंबई- एक नौजवान ने लिखा है कि 2014 में उसका लोको पायलट में चुनाव हो गया था। अभी तक ज्वाइनिंग का लेटर नहीं आया है। तीन साल हो गए सर....तीन साल।

8.SSC CHSL 2015- नवंबर 2015 में प्री की परीक्षा होती है। अप्रैल 2016 में प्री की परीक्षा का रिज़ल्ट आता है। अक्तूबर 2016 में मुख्य परीक्षा होती है। इसका रिज़ल्ट आता है जनवरी 2017 में। टाइपिंग टेस्ट होता है मार्च 2017 में। टाइपिंग का रिज़ल्ट आता है जुलाई 2017 में। अंतिम परिणाम आता है अक्तूबर 2017 में। अभी तक ज्वाइनिंग नहीं हुई है।

9. हरियाणा कर्मचारी चयन सेवा आयोग ने 2015 में वैकेंसी निकाली। 2016 में परीक्षा हुई। नवंबर 2017 में रिज़ल्ट आया। इसके बाद का पता नहीं।

10. हरियाणा में 2015 में पीजीटी स्कूल टीचर की वैकेंसी निकली। परीक्षा हो चुकी है मगर इंटरव्यू तक शुरू नहीं हुआ है। तीन साल गुज़र चुके हैं सर..तीन साल।

11.यूपी लोकसेवा आयोग ने 2013 में 177 मेडिकल अफसर का पद निकाला। होम्योपैथी के लिए। 2015 में परीक्षा हुई। लोग चुने भी गए मगर अभी तक इंटरव्यू नहीं हुआ है। 2013 से 2017 आ चुका है सर।

12. यूपी लोक सेवा आयोग ने 2013 में राज्य स्तर पर इंजीनियरिंग की परीक्षा के लिए फार्म निकाला। 2015 में परीक्षा हुई। आज तक रिज़ल्ट का पता नहीं है। 2013 से 2017 आ गया है सर। ये नौजवान कहां जाएंगे।

13. AGRICULTURE TA(UP) की परीक्षा पास कर तीन साल से नौजवान ज्वाइनिंग का इंतज़ार कर रहे हैं। मामला कोर्ट में चला गया। हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है।

14. उत्तराखंड में अप्रैल 2015 में सहायक अभियंता की परीक्षा हुई। आज तक रिज़ल्ट का पता नहीं है।

15. दिल्ली सेलेक्शन बोर्ड। 2015 में फार्मासिस्ट की वैकेंसी आई। अगस्त 2015 में इम्तहान हुआ। रिज़ल्ट भी आ गया मगर ज्वाइनिंग का कुछ पता नहीं है।

बिहार लोकसेवा आयोग और झारखंड लोकसेवा आयोग का कांड सुनिये। ये तो और भी भयंकर है। इससे अच्छा तो ये सारे आयोग ही भंग कर दिए जाएं और युवाओं से कह दिया जाए कि जाओ हम तुम्हें नौकरी नहीं देंगे। तुम्हें नारे लगाना है तो लगाओ, वर्ना हम कुछ और करके चुनाव जीत लेंगे। जीत भी रहे हैं।

16. BPSC 56-59 ( ये बैच का नंबर होगा) का 17 महीने से रिजल्ट नहीं आया है। 17 महीने ! हैलो, कोई है बिहार में मुख्यमंत्री, कोई उप मुख्यमंत्री?

BPSC 56-59 की परीक्षा का फार्म निकलता है सितंबर 2014 में। प्री की परीक्षा होती है 15 मार्च 2015 को। प्री का रिज़ल्ट आता है 21 नवंबर 2015 को। मेन्स की परीक्षा होती है 8 से 30 जुलाई 2016 के बीच। इतिहास का पेपर रद्द होता है। उसकी परीक्षा होती है 13 नवंबर 2016 को। आज तक इस परीक्षा का रिज़ल्ट नहीं आया है।

17. पहले की परीक्षा का रिज़ल्ट नहीं आया लेकिन आगे का इम्तहान शुरू। BPSC 60-62 की प्री परीक्षा हो चुकी है। मेन्स परीक्षा का फार्म भरा जा रहा है। BPSC 63 का फार्म भरा जा रहा है।

18. झारखंड लोकसेवा आयोग को बने 17 साल हो गए। 17 साल में राज्य नौकरशाही के लिए 5 बार लोक सेवा की परीक्षा हुई है। इसमें से दो की परीक्षा रद्द हो गई। छठी परीक्षा का फार्म 2015 में निकला है। परीक्षा की तारीख तीन बार बढ़ाई जा चुकी है। 18 दिसंबर 2016 को प्री की परीक्षा होती है। मेंस की परीक्षा की तारीख भी दो बार बढ़ाई जा चुकी है। 29 जनवरी 2018 की तारीख़ तय हुई है जिसके भी बढ़ जाने की आशंका अभी से लगाई जा रही है। 2015 की वैकेंसी 2018 तक में भी पूरी नहीं होगी ।

ये है मज़ाक भारत के युवाओं के साथ।